रामायणम् — 3.57.16
Original
Segmented
संकेताद् भरतेन त्वम् रामम् समनुगच्छसि क्रोशन्तम् हि यथा अत्यर्थम् न एनम् अभ्यवपद्यसे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संकेताद् | संकेत | pos=n,g=m,c=5,n=s |
भरतेन | भरत | pos=n,g=m,c=3,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
रामम् | राम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समनुगच्छसि | समनुगम् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
क्रोशन्तम् | क्रुश् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
हि | हि | pos=i |
यथा | यथा | pos=i |
अत्यर्थम् | अत्यर्थम् | pos=i |
न | न | pos=i |
एनम् | एनद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अभ्यवपद्यसे | अभ्यवपद् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |