रामायणम् — 3.57.12
Original
Segmented
किंनिमित्तम् तु केन अपि भ्रातुः आलम्ब्य मे स्वरम् विस्वरम् व्याहृतम् वाक्यम् लक्ष्मण त्राहि माम् इति न भवत्या व्यथा कार्या कुनारी-जन-सेविता
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
किंनिमित्तम् | किंनिमित्त | pos=a,g=n,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
केन | क | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
भ्रातुः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
आलम्ब्य | आलम्ब् | pos=vi |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
स्वरम् | स्वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विस्वरम् | विस्वर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
व्याहृतम् | व्याहृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
लक्ष्मण | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=8,n=s |
त्राहि | त्रा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
इति | इति | pos=i |
न | न | pos=i |
भवत्या | भवत् | pos=a,g=f,c=3,n=s |
व्यथा | व्यथा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
कार्या | कृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=krtya |
कुनारी | कुनारी | pos=n,comp=y |
जन | जन | pos=n,comp=y |
सेविता | सेव् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |