रामायणम् — 3.55.19
Original
Segmented
इदम् हि रक्षो मृग-संनिकाशम् प्रलोभ्य माम् दूरम् अनुप्रयातम् हतम् कथंचिन् महता श्रमेण स राक्षसो ऽभून् म्रियमाण एव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
रक्षो | रक्षस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मृग | मृग | pos=n,comp=y |
संनिकाशम् | संनिकाश | pos=a,g=n,c=1,n=s |
प्रलोभ्य | प्रलोभय् | pos=vi |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
दूरम् | दूर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अनुप्रयातम् | अनुप्रया | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
हतम् | हन् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
कथंचिन् | कथंचिद् | pos=i |
महता | महत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
श्रमेण | श्रम | pos=n,g=m,c=3,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राक्षसो | राक्षस | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽभून् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
म्रियमाण | मृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
एव | एव | pos=i |