रामायणम् — 3.55.11
Original
Segmented
तम् दीन-मानसम् दीनम् आसेदुः मृग-पक्षिणः सव्यम् कृत्वा महात्मानम् घोरांः च ससृजुः स्वरान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दीन | दीन | pos=a,comp=y |
मानसम् | मानस | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दीनम् | दीन | pos=a,g=n,c=2,n=s |
आसेदुः | आसद् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
मृग | मृग | pos=n,comp=y |
पक्षिणः | पक्षिन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सव्यम् | सव्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
महात्मानम् | महात्मन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
घोरांः | घोर | pos=a,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
ससृजुः | सृज् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
स्वरान् | स्वर | pos=n,g=m,c=2,n=p |