रामायणम् — 3.54.32
Original
Segmented
न विन्दते तत्र तु शर्म मैथिली विरूप-नेत्राभिः अतीव तर्जिता पतिम् स्मरन्ती दयितम् च देवरम् विचेतना अभूत् भय-शोक-पीडिता
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
विन्दते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तत्र | तत्र | pos=i |
तु | तु | pos=i |
शर्म | शर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मैथिली | मैथिली | pos=n,g=f,c=1,n=s |
विरूप | विरूप | pos=a,comp=y |
नेत्राभिः | नेत्र | pos=n,g=f,c=3,n=p |
अतीव | अतीव | pos=i |
तर्जिता | तर्जय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
पतिम् | पति | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स्मरन्ती | स्मृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
दयितम् | दयित | pos=a,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
देवरम् | देवर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विचेतना | विचेतन | pos=a,g=f,c=1,n=s |
अभूत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
भय | भय | pos=n,comp=y |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
पीडिता | पीडय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |