रामायणम् — 3.53.25
Original
Segmented
त्रयाणाम् अपि लोकानाम् न तम् पश्यामि शोभने विक्रमेण नयेद् यस् त्वाम् मद्-बाहु-परिपालिताम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्रयाणाम् | त्रि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
लोकानाम् | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=p |
न | न | pos=i |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पश्यामि | दृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
शोभने | शोभन | pos=a,g=f,c=8,n=s |
विक्रमेण | विक्रम | pos=n,g=m,c=3,n=s |
नयेद् | नी | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
यस् | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
बाहु | बाहु | pos=n,comp=y |
परिपालिताम् | परिपालय् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |