Original

तां जहार सुसंहृष्टो रावणो मृत्युमात्मनः ।उत्सङ्गेनैव भुजगीं तीक्ष्णदंष्ट्रां महाविषाम् ॥ ६ ॥

Segmented

ताम् जहार सु संहृष्टः रावणो मृत्युम् आत्मनः उत्सङ्गेन एव भुजगीम् तीक्ष्ण-दंष्ट्राम् महा-विषाम्

Analysis

Word Lemma Parse
ताम् तद् pos=n,g=f,c=2,n=s
जहार हृ pos=v,p=3,n=s,l=lit
सु सु pos=i
संहृष्टः संहृष् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
रावणो रावण pos=n,g=m,c=1,n=s
मृत्युम् मृत्यु pos=n,g=m,c=2,n=s
आत्मनः आत्मन् pos=n,g=m,c=6,n=s
उत्सङ्गेन उत्सङ्ग pos=n,g=m,c=3,n=s
एव एव pos=i
भुजगीम् भुजगी pos=n,g=f,c=2,n=s
तीक्ष्ण तीक्ष्ण pos=a,comp=y
दंष्ट्राम् दंष्ट्र pos=n,g=f,c=2,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
विषाम् विष pos=n,g=f,c=2,n=s