Original

स च पम्पामतिक्रम्य लङ्कामभिमुखः पुरीम् ।जगाम रुदतीं गृह्य मैथिलीं राक्षसेश्वरः ॥ ५ ॥

Segmented

स च पम्पाम् अतिक्रम्य लङ्काम् अभिमुखः पुरीम् जगाम रुदतीम् गृह्य मैथिलीम् राक्षस-ईश्वरः

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
पम्पाम् पम्पा pos=n,g=f,c=2,n=s
अतिक्रम्य अतिक्रम् pos=vi
लङ्काम् लङ्का pos=n,g=f,c=2,n=s
अभिमुखः अभिमुख pos=a,g=m,c=1,n=s
पुरीम् पुरी pos=n,g=f,c=2,n=s
जगाम गम् pos=v,p=3,n=s,l=lit
रुदतीम् रुद् pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
गृह्य ग्रह् pos=vi
मैथिलीम् मैथिली pos=n,g=f,c=2,n=s
राक्षस राक्षस pos=n,comp=y
ईश्वरः ईश्वर pos=n,g=m,c=1,n=s