रामायणम् — 3.52.20
Original
Segmented
तत्र उष्यताम् जनस्थाने शून्ये निहत-राक्षसे पौरुषम् बलम् आश्रित्य त्रासम् उत्सृज्य दूरतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
उष्यताम् | वस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
जनस्थाने | जनस्थान | pos=n,g=n,c=7,n=s |
शून्ये | शून्य | pos=a,g=n,c=7,n=s |
निहत | निहन् | pos=va,comp=y,f=part |
राक्षसे | राक्षस | pos=n,g=n,c=7,n=s |
पौरुषम् | पौरुष | pos=n,g=n,c=2,n=s |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आश्रित्य | आश्रि | pos=vi |
त्रासम् | त्रास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उत्सृज्य | उत्सृज् | pos=vi |
दूरतः | दूरतस् | pos=i |