रामायणम् — 3.51.8
Original
Segmented
ते शौर्यम् च सत्त्वम् च यत् त्वया कथितम् तदा कुल-आक्रोश-करम् लोके धिक् ते चारित्रम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
शौर्यम् | शौर्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
सत्त्वम् | सत्त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
कथितम् | कथय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
तदा | तदा | pos=i |
कुल | कुल | pos=n,comp=y |
आक्रोश | आक्रोश | pos=n,comp=y |
करम् | कर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
धिक् | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ते | चारित्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
चारित्रम् | ईदृश | pos=a,g=n,c=1,n=s |