रामायणम् — 3.51.4
Original
Segmented
त्वया एव नूनम् दुष्ट-आत्मन् भीरुणा हर्तुम् इच्छता मे अपवाहितः भर्ता मृग-रूपेण मायया यो हि माम् उद्यतस् त्रातुम् सो ऽप्य् अयम् विनिपातितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
एव | एव | pos=i |
नूनम् | नूनम् | pos=i |
दुष्ट | दुष् | pos=va,comp=y,f=part |
आत्मन् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
भीरुणा | भीरु | pos=a,g=m,c=3,n=s |
हर्तुम् | हृ | pos=vi |
इच्छता | इष् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
अपवाहितः | अपवाहय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
भर्ता | भर्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मृग | मृग | pos=n,comp=y |
रूपेण | रूप | pos=n,g=n,c=3,n=s |
मायया | माया | pos=n,g=f,c=3,n=s |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
उद्यतस् | उद्यम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
त्रातुम् | त्रा | pos=vi |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽप्य् | अपि | pos=i |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विनिपातितः | विनिपातय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |