Original

मुमूर्षूणां हि सर्वेषां यत्पथ्यं तन्न रोचते ।पश्यामीव हि कण्ठे त्वां कालपाशावपाशितम् ॥ १६ ॥

Segmented

मुमूर्षूणाम् हि सर्वेषाम् यत् पथ्यम् तन् न रोचते पश्यामि इव हि कण्ठे त्वाम् काल-पाश-अवपाशितम्

Analysis

Word Lemma Parse
मुमूर्षूणाम् मुमूर्षु pos=a,g=m,c=6,n=p
हि हि pos=i
सर्वेषाम् सर्व pos=n,g=m,c=6,n=p
यत् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
पथ्यम् पथ्य pos=a,g=n,c=1,n=s
तन् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
रोचते रुच् pos=v,p=3,n=s,l=lat
पश्यामि दृश् pos=v,p=1,n=s,l=lat
इव इव pos=i
हि हि pos=i
कण्ठे कण्ठ pos=n,g=m,c=7,n=s
त्वाम् त्वद् pos=n,g=,c=2,n=s
काल काल pos=n,comp=y
पाश पाश pos=n,comp=y
अवपाशितम् अवपाशित pos=a,g=m,c=2,n=s