रामायणम् — 3.51.16
Original
Segmented
मुमूर्षूणाम् हि सर्वेषाम् यत् पथ्यम् तन् न रोचते पश्यामि इव हि कण्ठे त्वाम् काल-पाश-अवपाशितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मुमूर्षूणाम् | मुमूर्षु | pos=a,g=m,c=6,n=p |
हि | हि | pos=i |
सर्वेषाम् | सर्व | pos=n,g=m,c=6,n=p |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
पथ्यम् | पथ्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तन् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
रोचते | रुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पश्यामि | दृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
इव | इव | pos=i |
हि | हि | pos=i |
कण्ठे | कण्ठ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
काल | काल | pos=n,comp=y |
पाश | पाश | pos=n,comp=y |
अवपाशितम् | अवपाशित | pos=a,g=m,c=2,n=s |