Original

चरणान्नूपुरं भ्रष्टं वैदेह्या रत्नभूषितम् ।विद्युन्मण्डलसंकाशं पपात मधुरस्वनम् ॥ २७ ॥

Segmented

चरणान् नूपुरम् भ्रष्टम् वैदेह्या रत्न-भूषितम् विद्युत्-मण्डली-संकाशम् पपात मधुर-स्वनम्

Analysis

Word Lemma Parse
चरणान् चरण pos=n,g=m,c=5,n=s
नूपुरम् नूपुर pos=n,g=n,c=1,n=s
भ्रष्टम् भ्रंश् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
वैदेह्या वैदेही pos=n,g=f,c=6,n=s
रत्न रत्न pos=n,comp=y
भूषितम् भूषय् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
विद्युत् विद्युत् pos=n,comp=y
मण्डली मण्डल pos=n,comp=y
संकाशम् संकाश pos=n,g=n,c=1,n=s
पपात पत् pos=v,p=3,n=s,l=lit
मधुर मधुर pos=a,comp=y
स्वनम् स्वन pos=n,g=n,c=1,n=s