Original

दृष्ट्वा सीतां परामृष्टां दीनां दिव्येन चक्षुषा ।कृतं कार्यमिति श्रीमान्व्याजहार पितामहः ॥ १० ॥

Segmented

दृष्ट्वा सीताम् परामृष्टाम् दीनाम् दिव्येन चक्षुषा कृतम् कार्यम् इति श्रीमान् व्याजहार पितामहः

Analysis

Word Lemma Parse
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
सीताम् सीता pos=n,g=f,c=2,n=s
परामृष्टाम् परामृश् pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
दीनाम् दीन pos=a,g=f,c=2,n=s
दिव्येन दिव्य pos=a,g=n,c=3,n=s
चक्षुषा चक्षुस् pos=n,g=n,c=3,n=s
कृतम् कृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
कार्यम् कार्य pos=n,g=n,c=1,n=s
इति इति pos=i
श्रीमान् श्रीमत् pos=a,g=m,c=1,n=s
व्याजहार व्याहृ pos=v,p=3,n=s,l=lit
पितामहः पितामह pos=n,g=m,c=1,n=s