रामायणम् — 3.5.8
Original
Segmented
विश्रुतस् त्रिषु लोकेषु यशसा विक्रमेण च पितृ-व्रत-त्वम् सत्यम् च त्वयि धर्मः च पुष्कलः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विश्रुतस् | विश्रु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
त्रिषु | त्रि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
यशसा | यशस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
विक्रमेण | विक्रम | pos=n,g=m,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
पितृ | पितृ | pos=n,comp=y |
व्रत | व्रत | pos=n,comp=y |
त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
धर्मः | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
पुष्कलः | पुष्कल | pos=a,g=m,c=1,n=s |