रामायणम् — 3.49.23
Original
Segmented
न हि जातु दुराधर्षौ काकुत्स्थौ तव रावण धर्षणम् च आश्रमस्य अस्य क्षमिष्येते तु राघवौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
जातु | जातु | pos=i |
दुराधर्षौ | दुराधर्ष | pos=a,g=m,c=1,n=d |
काकुत्स्थौ | काकुत्स्थ | pos=n,g=m,c=1,n=d |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
रावण | रावण | pos=n,g=m,c=8,n=s |
धर्षणम् | धर्षण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
आश्रमस्य | आश्रम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
क्षमिष्येते | क्षम् | pos=v,p=3,n=d,l=lrt |
तु | तु | pos=i |
राघवौ | राघव | pos=n,g=m,c=1,n=d |