Original

संरक्तनयनः क्रोधाज्जीमूतनिचयप्रभः ।रक्ताम्बरधरस्तस्थौ स्त्रीरत्नं प्रेक्ष्य मैथिलीम् ॥ ९ ॥

Segmented

संरक्त-नयनः क्रोधाज् जीमूत-निचय-प्रभः रक्त-अम्बर-धरः तस्थौ स्त्री-रत्नम् प्रेक्ष्य मैथिलीम्

Analysis

Word Lemma Parse
संरक्त संरञ्ज् pos=va,comp=y,f=part
नयनः नयन pos=n,g=m,c=1,n=s
क्रोधाज् क्रोध pos=n,g=m,c=5,n=s
जीमूत जीमूत pos=n,comp=y
निचय निचय pos=n,comp=y
प्रभः प्रभा pos=n,g=m,c=1,n=s
रक्त रक्त pos=a,comp=y
अम्बर अम्बर pos=n,comp=y
धरः धर pos=a,g=m,c=1,n=s
तस्थौ स्था pos=v,p=3,n=s,l=lit
स्त्री स्त्री pos=n,comp=y
रत्नम् रत्न pos=n,g=n,c=2,n=s
प्रेक्ष्य प्रेक्ष् pos=vi
मैथिलीम् मैथिली pos=n,g=f,c=2,n=s