रामायणम् — 3.47.7
Original
Segmented
संरक्त-नयनः श्रीमांस् तप्त-काञ्चन-कुण्डलः दश-आस्यः कार्मुकी बाणी बभूव क्षणदा-चरः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संरक्त | संरञ्ज् | pos=va,comp=y,f=part |
नयनः | नयन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
श्रीमांस् | श्रीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
तप्त | तप् | pos=va,comp=y,f=part |
काञ्चन | काञ्चन | pos=n,comp=y |
कुण्डलः | कुण्डल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दश | दशन् | pos=n,comp=y |
आस्यः | आस्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कार्मुकी | कार्मुकिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
बाणी | बाणिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
बभूव | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
क्षणदा | क्षणदा | pos=n,comp=y |
चरः | चर | pos=a,g=m,c=1,n=s |