Original

स तामसितकेशान्तां भास्करस्य प्रभामिव ।वसनाभरणोपेतां मैथिलीं रावणोऽब्रवीत् ॥ १० ॥

Segmented

स ताम् असित-केशान्ताम् भास्करस्य प्रभाम् इव वसन-आभरण-उपेताम् मैथिलीम् रावणो ऽब्रवीत्

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
ताम् तद् pos=n,g=f,c=2,n=s
असित असित pos=a,comp=y
केशान्ताम् केशान्त pos=n,g=f,c=2,n=s
भास्करस्य भास्कर pos=n,g=m,c=6,n=s
प्रभाम् प्रभा pos=n,g=f,c=2,n=s
इव इव pos=i
वसन वसन pos=n,comp=y
आभरण आभरण pos=n,comp=y
उपेताम् उपे pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
मैथिलीम् मैथिली pos=n,g=f,c=2,n=s
रावणो रावण pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan