रामायणम् — 3.46.8
Original
Segmented
यत्र तिष्ठाम्य् अहम् तत्र मारुतो वाति शङ्कितः तीव्र-अंशुः शिशिरांशुः च भयात् सम्पद्यते रविः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यत्र | यत्र | pos=i |
तिष्ठाम्य् | स्था | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
मारुतो | मारुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वाति | वा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
शङ्कितः | शङ्क् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तीव्र | तीव्र | pos=a,comp=y |
अंशुः | अंशु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शिशिरांशुः | शिशिरांशु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
भयात् | भय | pos=n,g=n,c=5,n=s |
सम्पद्यते | सम्पद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
रविः | रवि | pos=n,g=m,c=1,n=s |