रामायणम् — 3.46.23
Original
Segmented
जीवेच् चिरम् वज्रधरस्य हस्ताच् छचीम् प्रधृष्य अप्रतिरूप-रूपाम् न मादृशीम् राक्षस धर्षयित्वा पीत-अमृतस्य अपि ते अस्ति मोक्षः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जीवेच् | जीव् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
चिरम् | चिरम् | pos=i |
वज्रधरस्य | वज्रधर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
हस्ताच् | हस्त | pos=n,g=m,c=5,n=s |
छचीम् | शची | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्रधृष्य | प्रधृष् | pos=vi |
अप्रतिरूप | अप्रतिरूप | pos=a,comp=y |
रूपाम् | रूप | pos=n,g=f,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
मादृशीम् | मादृश | pos=a,g=f,c=2,n=s |
राक्षस | राक्षस | pos=n,g=m,c=8,n=s |
धर्षयित्वा | धर्षय् | pos=vi |
पीत | पा | pos=va,comp=y,f=part |
अमृतस्य | अमृत | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मोक्षः | मोक्ष | pos=n,g=m,c=1,n=s |