रामायणम् — 3.46.22
Original
Segmented
अपहृत्य शचीम् भार्याम् शक्यम् इन्द्रस्य जीवितुम् न तु रामस्य भार्याम् माम् अपनयित्वा अस्ति जीवितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अपहृत्य | अपहृ | pos=vi |
शचीम् | शची | pos=n,g=f,c=2,n=s |
भार्याम् | भार्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
शक्यम् | शक्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
इन्द्रस्य | इन्द्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
जीवितुम् | जीव् | pos=vi |
न | न | pos=i |
तु | तु | pos=i |
रामस्य | राम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
भार्याम् | भार्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
अपनयित्वा | अपनी | pos=vi |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
जीवितम् | जीवित | pos=n,g=n,c=1,n=s |