Original

प्रत्याख्याय हि मां भीरु परितापं गमिष्यसि ।चरणेनाभिहत्येव पुरूरवसमुर्वशी ॥ १८ ॥

Segmented

प्रत्याख्याय हि माम् भीरु-परितापम् गमिष्यसि चरणेन अभिहत्य इव पुरूरवसम् उर्वशी

Analysis

Word Lemma Parse
प्रत्याख्याय प्रत्याख्या pos=vi
हि हि pos=i
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
भीरु भीरु pos=a,comp=y
परितापम् परिताप pos=n,g=m,c=2,n=s
गमिष्यसि गम् pos=v,p=2,n=s,l=lrt
चरणेन चरण pos=n,g=m,c=3,n=s
अभिहत्य अभिहन् pos=vi
इव इव pos=i
पुरूरवसम् पुरूरवस् pos=n,g=m,c=2,n=s
उर्वशी उर्वशी pos=n,g=f,c=1,n=s