Original

सर्वराक्षसभर्तारं कामात्स्वयमिहागतम् ।न मन्मथशराविष्टं प्रत्याख्यातुं त्वमर्हसि ॥ १७ ॥

Segmented

सर्व-राक्षस-भर्तारम् कामात् स्वयम् इह आगतम् न मन्मथ-शर-आविष्टम् प्रत्याख्यातुम् त्वम् अर्हसि

Analysis

Word Lemma Parse
सर्व सर्व pos=n,comp=y
राक्षस राक्षस pos=n,comp=y
भर्तारम् भर्तृ pos=n,g=m,c=2,n=s
कामात् काम pos=n,g=m,c=5,n=s
स्वयम् स्वयम् pos=i
इह इह pos=i
आगतम् आगम् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
pos=i
मन्मथ मन्मथ pos=n,comp=y
शर शर pos=n,comp=y
आविष्टम् आविश् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
प्रत्याख्यातुम् प्रत्याख्या pos=vi
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
अर्हसि अर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat