रामायणम् — 3.45.7
Original
Segmented
प्रतिगृह्य तु कैकेयी श्वशुरम् सुकृतेन मे मम प्रव्राजनम् भर्तुः भरतस्य अभिषेचनम् द्वाव् अयाचत भर्तारम् सत्य-संधम् नृप-उत्तमम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रतिगृह्य | प्रतिग्रह् | pos=vi |
तु | तु | pos=i |
कैकेयी | कैकेयी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
श्वशुरम् | श्वशुर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सुकृतेन | सुकृत | pos=n,g=n,c=3,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
प्रव्राजनम् | प्रव्राजन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
भर्तुः | भर्तृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
भरतस्य | भरत | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अभिषेचनम् | अभिषेचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
द्वाव् | द्वि | pos=n,g=m,c=2,n=d |
अयाचत | याच् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
भर्तारम् | भर्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सत्य | सत्य | pos=a,comp=y |
संधम् | संधा | pos=n,g=m,c=2,n=s |
नृप | नृप | pos=n,comp=y |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=s |