रामायणम् — 3.45.42
Original
Segmented
यद् अन्तरम् वायस-वैनतेययोः यद् अन्तरम् मद्गु-मयूरयोः अपि यद् अन्तरम् सारस-गृध्रयोः वने तद् अन्तरम् दाशरथेस् ते एव च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अन्तरम् | अन्तर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वायस | वायस | pos=n,comp=y |
वैनतेययोः | वैनतेय | pos=n,g=m,c=6,n=d |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अन्तरम् | अन्तर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मद्गु | मद्गु | pos=n,comp=y |
मयूरयोः | मयूर | pos=n,g=m,c=6,n=d |
अपि | अपि | pos=i |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अन्तरम् | अन्तर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सारस | सारस | pos=n,comp=y |
गृध्रयोः | गृध्र | pos=n,g=m,c=6,n=d |
वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अन्तरम् | अन्तर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
दाशरथेस् | दाशरथि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |