रामायणम् — 3.45.13
Original
Segmented
त्वया तु खलु वस्तव्यम् नव वर्षाणि पञ्च च वने प्रव्रज काकुत्स्थ पितरम् मोचय अनृतात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
तु | तु | pos=i |
खलु | खलु | pos=i |
वस्तव्यम् | वस् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
नव | नवन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वर्षाणि | वर्ष | pos=n,g=n,c=2,n=p |
पञ्च | पञ्चन् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
प्रव्रज | प्रव्रज् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
काकुत्स्थ | काकुत्स्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
पितरम् | पितृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मोचय | मोचय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
अनृतात् | अनृत | pos=n,g=n,c=5,n=s |