रामायणम् — 3.44.6
Original
Segmented
तम् उग्रम् पाप-कर्माणम् जनस्थान-रुहाः द्रुमाः समीक्ष्य न प्रकम्पन्ते न प्रवाति च मारुतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उग्रम् | उग्र | pos=a,g=m,c=2,n=s |
पाप | पाप | pos=a,comp=y |
कर्माणम् | कर्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
जनस्थान | जनस्थान | pos=n,comp=y |
रुहाः | रुह | pos=a,g=m,c=1,n=p |
द्रुमाः | द्रुम | pos=n,g=m,c=1,n=p |
समीक्ष्य | समीक्ष् | pos=vi |
न | न | pos=i |
प्रकम्पन्ते | प्रकम्प् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
न | न | pos=i |
प्रवाति | प्रवा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
च | च | pos=i |
मारुतः | मारुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |