Original

इति प्रशस्ता वैदेही रावणेन दुरात्मना ।द्विजातिवेषेण हि तं दृष्ट्वा रावणमागतम् ।सर्वैरतिथिसत्कारैः पूजयामास मैथिली ॥ ३१ ॥

Segmented

इति प्रशस्ता वैदेही रावणेन दुरात्मना द्विजाति-वेषेण हि तम् दृष्ट्वा रावणम् आगतम् सर्वैः अतिथि-सत्कारैः पूजयामास मैथिली

Analysis

Word Lemma Parse
इति इति pos=i
प्रशस्ता प्रशंस् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
वैदेही वैदेही pos=n,g=f,c=1,n=s
रावणेन रावण pos=n,g=m,c=3,n=s
दुरात्मना दुरात्मन् pos=a,g=m,c=3,n=s
द्विजाति द्विजाति pos=n,comp=y
वेषेण वेष pos=n,g=m,c=3,n=s
हि हि pos=i
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
रावणम् रावण pos=n,g=m,c=2,n=s
आगतम् आगम् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
सर्वैः सर्व pos=n,g=m,c=3,n=p
अतिथि अतिथि pos=n,comp=y
सत्कारैः सत्कार pos=n,g=m,c=3,n=p
पूजयामास पूजय् pos=v,p=3,n=s,l=lit
मैथिली मैथिली pos=n,g=f,c=1,n=s