रामायणम् — 3.44.31
Original
Segmented
इति प्रशस्ता वैदेही रावणेन दुरात्मना द्विजाति-वेषेण हि तम् दृष्ट्वा रावणम् आगतम् सर्वैः अतिथि-सत्कारैः पूजयामास मैथिली
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इति | इति | pos=i |
प्रशस्ता | प्रशंस् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
वैदेही | वैदेही | pos=n,g=f,c=1,n=s |
रावणेन | रावण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
दुरात्मना | दुरात्मन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
द्विजाति | द्विजाति | pos=n,comp=y |
वेषेण | वेष | pos=n,g=m,c=3,n=s |
हि | हि | pos=i |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
रावणम् | रावण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आगतम् | आगम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
सर्वैः | सर्व | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अतिथि | अतिथि | pos=n,comp=y |
सत्कारैः | सत्कार | pos=n,g=m,c=3,n=p |
पूजयामास | पूजय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मैथिली | मैथिली | pos=n,g=f,c=1,n=s |