रामायणम् — 3.44.21
Original
Segmented
सुकेशी संहत-स्तनी न एव देवी न गन्धर्वी न यक्षी न च किंनरी
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सुकेशी | सुकेश | pos=a,g=f,c=1,n=s |
संहत | संहन् | pos=va,comp=y,f=part |
स्तनी | स्तनिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
एव | एव | pos=i |
देवी | देवी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
गन्धर्वी | गन्धर्वी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
यक्षी | यक्षी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
किंनरी | किंनरी | pos=n,g=f,c=1,n=s |