रामायणम् — 3.43.8
Original
Segmented
किम् हि संशयम् आपन्ने तस्मिन्न् इह मया भवेत् कर्तव्यम् इह तिष्ठन्त्या यत् प्रधानस् त्वम् आगतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
संशयम् | संशय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आपन्ने | आपद् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
तस्मिन्न् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
इह | इह | pos=i |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
कर्तव्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
इह | इह | pos=i |
तिष्ठन्त्या | स्था | pos=va,g=f,c=3,n=s,f=part |
यत् | यत् | pos=i |
प्रधानस् | प्रधान | pos=a,g=m,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
आगतः | आगम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |