रामायणम् — 3.43.37
Original
Segmented
ततस् तु सीताम् अभिवाद्य लक्ष्मणः कृत-अञ्जलिः किंचिद् अभिप्रणम्य अवेक्षमाणो बहुशः च मैथिलीम् जगाम रामस्य समीपम् आत्मवान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततस् | ततस् | pos=i |
तु | तु | pos=i |
सीताम् | सीता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अभिवाद्य | अभिवादय् | pos=vi |
लक्ष्मणः | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
अञ्जलिः | अञ्जलि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अभिप्रणम्य | अभिप्रणम् | pos=vi |
अवेक्षमाणो | अवेक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
बहुशः | बहुशस् | pos=i |
च | च | pos=i |
मैथिलीम् | मैथिली | pos=n,g=f,c=2,n=s |
जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
रामस्य | राम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
समीपम् | समीप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आत्मवान् | आत्मवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |