रामायणम् — 3.43.15
Original
Segmented
न स तस्य स्वरो व्यक्तम् न कश्चिद् अपि दैवतः गन्धर्वनगर-प्रख्याः माया सा तस्य रक्षसः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
स्वरो | स्वर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
व्यक्तम् | व्यक्त | pos=a,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
दैवतः | दैवत | pos=a,g=m,c=1,n=s |
गन्धर्वनगर | गन्धर्वनगर | pos=n,comp=y |
प्रख्याः | प्रख्या | pos=n,g=m,c=1,n=p |
माया | माया | pos=n,g=f,c=1,n=s |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
रक्षसः | रक्षस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |