रामायणम् — 3.41.35
Original
Segmented
एष च एव मृगः श्रीमान् यः च दिव्यो नभश्चरः उभाव् एतौ मृगौ दिव्यौ तारामृग-महीमृगौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
मृगः | मृग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
श्रीमान् | श्रीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
दिव्यो | दिव्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
नभश्चरः | नभश्चर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उभाव् | उभ् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
एतौ | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
मृगौ | मृग | pos=n,g=m,c=1,n=d |
दिव्यौ | दिव्य | pos=a,g=m,c=1,n=d |
तारामृग | तारामृग | pos=n,comp=y |
महीमृगौ | महीमृग | pos=n,g=m,c=1,n=d |