रामायणम् — 3.41.24
Original
Segmented
न वने नन्दन-उद्देशे न चैत्ररथ-संश्रये कुतः पृथिव्याम् सौमित्रे यो ऽस्य कश्चित् समो मृगः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
नन्दन | नन्दन | pos=n,comp=y |
उद्देशे | उद्देश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
न | न | pos=i |
चैत्ररथ | चैत्ररथ | pos=n,comp=y |
संश्रये | संश्रय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
कुतः | कुतस् | pos=i |
पृथिव्याम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
सौमित्रे | सौमित्रि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कश्चित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
समो | सम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मृगः | मृग | pos=n,g=m,c=1,n=s |