रामायणम् — 3.40.30
Original
Segmented
तम् वै रुचिर-दन्त-ओष्ठम् रूप्य-धातु-तनूरुहम् विस्मय-उत्फुल्ल-नयना स स्नेहम् समुदैक्षत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वै | वै | pos=i |
रुचिर | रुचिर | pos=a,comp=y |
दन्त | दन्त | pos=n,comp=y |
ओष्ठम् | ओष्ठ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रूप्य | रूप्य | pos=n,comp=y |
धातु | धातु | pos=n,comp=y |
तनूरुहम् | तनूरुह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विस्मय | विस्मय | pos=n,comp=y |
उत्फुल्ल | उत्फुल्ल | pos=a,comp=y |
नयना | नयन | pos=n,g=f,c=1,n=s |
स | स | pos=i |
स्नेहम् | स्नेह | pos=n,g=n,c=2,n=s |
समुदैक्षत | समुदीक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |