रामायणम् — 3.40.3
Original
Segmented
किम् तु कर्तुम् मया शक्यम् एवम् त्वयि दुरात्मनि एष गच्छाम्य् अहम् तात स्वस्ति ते ऽस्तु निशाचर
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
कर्तुम् | कृ | pos=vi |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
शक्यम् | शक्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
एवम् | एवम् | pos=i |
त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
दुरात्मनि | दुरात्मन् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गच्छाम्य् | गम् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
स्वस्ति | स्वस्ति | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
ऽस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
निशाचर | निशाचर | pos=n,g=m,c=8,n=s |