रामायणम् — 3.40.29
Original
Segmented
कुसुमान्य् अपचिन्वन्ती चचार रुचिर-आनना अनर्हा अरण्य-वासस्य सा तम् रत्न-मयम् मृगम् मुक्ता-मणि-विचित्र-अङ्गम् ददर्श परम-अङ्गना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कुसुमान्य् | कुसुम | pos=n,g=n,c=2,n=p |
अपचिन्वन्ती | अपचि | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
चचार | चर् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
रुचिर | रुचिर | pos=a,comp=y |
आनना | आनन | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अनर्हा | अनर्ह | pos=a,g=f,c=1,n=s |
अरण्य | अरण्य | pos=n,comp=y |
वासस्य | वास | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रत्न | रत्न | pos=n,comp=y |
मयम् | मय | pos=a,g=m,c=2,n=s |
मृगम् | मृग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मुक्ता | मुक्ता | pos=n,comp=y |
मणि | मणि | pos=n,comp=y |
विचित्र | विचित्र | pos=a,comp=y |
अङ्गम् | अङ्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
परम | परम | pos=a,comp=y |
अङ्गना | अङ्गना | pos=n,g=f,c=1,n=s |