Original

रूप्यबिन्दुशतैश्चित्रो भूत्वा च प्रियदर्शनः ।विटपीनां किसलयान्भङ्क्त्वादन्विचचार ह ॥ १९ ॥

Segmented

रूप्य-बिन्दु-शतैः चित्रो भूत्वा च प्रिय-दर्शनः किसलयान् भक्त्वा अदन् विचचार ह

Analysis

Word Lemma Parse
रूप्य रूप्य pos=n,comp=y
बिन्दु बिन्दु pos=n,comp=y
शतैः शत pos=n,g=n,c=3,n=p
चित्रो चित्र pos=a,g=m,c=1,n=s
भूत्वा भू pos=vi
pos=i
प्रिय प्रिय pos=a,comp=y
दर्शनः दर्शन pos=n,g=m,c=1,n=s
किसलयान् किसलय pos=n,g=m,c=2,n=p
भक्त्वा भञ्ज् pos=vi
अदन् अद् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
विचचार विचर् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i