रामायणम् — 3.4.8
Original
Segmented
पाण्डुर-अभ्र-घन-प्रख्यम् चन्द्र-मण्डली-संनिभम् अपश्यद् विमलम् छत्त्रम् चित्र-माल्य-उपशोभितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पाण्डुर | पाण्डुर | pos=a,comp=y |
अभ्र | अभ्र | pos=n,comp=y |
घन | घन | pos=n,comp=y |
प्रख्यम् | प्रख्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
चन्द्र | चन्द्र | pos=n,comp=y |
मण्डली | मण्डल | pos=n,comp=y |
संनिभम् | संनिभ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
अपश्यद् | पश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
विमलम् | विमल | pos=a,g=n,c=2,n=s |
छत्त्रम् | छत्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
चित्र | चित्र | pos=a,comp=y |
माल्य | माल्य | pos=n,comp=y |
उपशोभितम् | उपशोभय् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |