रामायणम् — 3.4.7
Original
Segmented
हरिभिः वाजिभिः युक्तम् अन्तरिक्ष-गतम् रथम् ददर्श अदूरात् तस्य तरुण-आदित्य-संनिभम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
हरिभिः | हरि | pos=a,g=m,c=3,n=p |
वाजिभिः | वाजिन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
युक्तम् | युज् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
अन्तरिक्ष | अन्तरिक्ष | pos=n,comp=y |
गतम् | गम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अदूरात् | अदूर | pos=a,g=n,c=5,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तरुण | तरुण | pos=a,comp=y |
आदित्य | आदित्य | pos=n,comp=y |
संनिभम् | संनिभ | pos=a,g=m,c=2,n=s |