रामायणम् — 3.4.36
Original
Segmented
स पुण्य-कर्मा भुवने द्विज-ऋषभः पितामहम् स अनुचरम् ददर्श ह पितामहः च अपि समीक्ष्य तम् द्विजम् ननन्द सु स्वागतम् इत्य् उवाच ह
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पुण्य | पुण्य | pos=a,comp=y |
कर्मा | कर्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भुवने | भुवन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
द्विज | द्विज | pos=n,comp=y |
ऋषभः | ऋषभ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पितामहम् | पितामह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स | स | pos=i |
अनुचरम् | अनुचर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ह | ह | pos=i |
पितामहः | पितामह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
समीक्ष्य | समीक्ष् | pos=vi |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
द्विजम् | द्विज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ननन्द | नन्द् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सु | सु | pos=i |
स्वागतम् | स्वागत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इत्य् | इति | pos=i |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ह | ह | pos=i |