रामायणम् — 3.4.11
Original
Segmented
दृष्ट्वा शतक्रतुम् तत्र रामो लक्ष्मणम् अब्रवीत् ये हयाः पुरुहूतस्य पुरा शक्रस्य नः श्रुताः अन्तरिक्ष-गताः दिव्यास् त इमे हरयो ध्रुवम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
शतक्रतुम् | शतक्रतु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
रामो | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
लक्ष्मणम् | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
हयाः | हय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पुरुहूतस्य | पुरुहूत | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पुरा | पुरा | pos=i |
शक्रस्य | शक्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
श्रुताः | श्रु | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
अन्तरिक्ष | अन्तरिक्ष | pos=n,comp=y |
गताः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
दिव्यास् | दिव्य | pos=a,g=m,c=1,n=p |
त | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
इमे | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
हरयो | हरि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ध्रुवम् | ध्रुवम् | pos=i |