रामायणम् — 3.39.4
Original
Segmented
शत्रवस् तव सु व्यक्तम् हीन-वीर्याः निशाचर इच्छन्ति त्वाम् विनश्यन्तम् उपरुद्धम् बलीयसा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शत्रवस् | शत्रु | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
सु | सु | pos=i |
व्यक्तम् | व्यक्त | pos=a,g=n,c=2,n=s |
हीन | हा | pos=va,comp=y,f=part |
वीर्याः | वीर्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
निशाचर | निशाचर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
इच्छन्ति | इष् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
विनश्यन्तम् | विनश् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
उपरुद्धम् | उपरुध् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
बलीयसा | बलीयस् | pos=a,g=m,c=3,n=s |