Original

त्वां तु मायामृगं दृष्ट्वा काञ्चनं जातविस्मया ।आनयैनमिति क्षिप्रं रामं वक्ष्यति मैथिली ॥ १६ ॥

Segmented

त्वाम् तु माया-मृगम् दृष्ट्वा काञ्चनम् जात-विस्मया आनय एनम् इति क्षिप्रम् रामम् वक्ष्यति मैथिली

Analysis

Word Lemma Parse
त्वाम् त्वद् pos=n,g=,c=2,n=s
तु तु pos=i
माया माया pos=n,comp=y
मृगम् मृग pos=n,g=m,c=2,n=s
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
काञ्चनम् काञ्चन pos=a,g=m,c=2,n=s
जात जन् pos=va,comp=y,f=part
विस्मया विस्मय pos=n,g=f,c=1,n=s
आनय आनी pos=v,p=2,n=s,l=lot
एनम् एनद् pos=n,g=m,c=2,n=s
इति इति pos=i
क्षिप्रम् क्षिप्रम् pos=i
रामम् राम pos=n,g=m,c=2,n=s
वक्ष्यति वच् pos=v,p=3,n=s,l=lrt
मैथिली मैथिली pos=n,g=f,c=1,n=s