रामायणम् — 3.38.11
Original
Segmented
सावमर्दम् तु यद् वाक्यम् मारीच हितम् उच्यते न अभिनन्दति तद् राजा मान-अर्हः मान-वर्जितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सावमर्दम् | सावमर्द | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मारीच | मारीच | pos=n,g=m,c=8,n=s |
हितम् | हित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
अभिनन्दति | अभिनन्द् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मान | मान | pos=n,comp=y |
अर्हः | अर्ह | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मान | मान | pos=n,comp=y |
वर्जितम् | वर्जय् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |