Original

दीप्तजिह्वो महाकायस्तीक्ष्णशृण्गो महाबलः ।व्यचरन्दण्डकारण्यं मांसभक्षो महामृगः ॥ ३ ॥

Segmented

दीप्त-जिह्वः महा-कायः तीक्ष्ण-शृङ्गः महा-बलः व्यचरम् दण्डक-अरण्यम् मांसभक्षो महामृगः

Analysis

Word Lemma Parse
दीप्त दीप् pos=va,comp=y,f=part
जिह्वः जिह्वा pos=n,g=m,c=1,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
कायः काय pos=n,g=m,c=1,n=s
तीक्ष्ण तीक्ष्ण pos=a,comp=y
शृङ्गः शृङ्ग pos=n,g=m,c=1,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
बलः बल pos=n,g=m,c=1,n=s
व्यचरम् विचर् pos=v,p=1,n=s,l=lan
दण्डक दण्डक pos=n,comp=y
अरण्यम् अरण्य pos=n,g=n,c=2,n=s
मांसभक्षो मांसभक्ष pos=n,g=m,c=1,n=s
महामृगः महामृग pos=n,g=m,c=1,n=s