रामायणम् — 3.37.20
Original
Segmented
इदम् वचो बन्धु-हित-अर्थिना मया यथा उच्यमानम् यदि न अभिपत्स्यसे स बान्धवः त्यक्ष्यसि जीवितम् रणे हतो ऽद्य रामेण शरैः अजिह्म-गेभिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वचो | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
बन्धु | बन्धु | pos=n,comp=y |
हित | हित | pos=n,comp=y |
अर्थिना | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
उच्यमानम् | वच् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
यदि | यदि | pos=i |
न | न | pos=i |
अभिपत्स्यसे | अभिपद् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
स | स | pos=i |
बान्धवः | बान्धव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्यक्ष्यसि | त्यज् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
जीवितम् | जीवित | pos=n,g=n,c=2,n=s |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
हतो | हन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽद्य | अद्य | pos=i |
रामेण | राम | pos=n,g=m,c=3,n=s |
शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अजिह्म | अजिह्म | pos=a,comp=y |
गेभिः | ग | pos=a,g=m,c=3,n=p |