रामायणम् — 3.36.7
Original
Segmented
इत्य् एवम् उक्तः स मुनी राजानम् पुनः अब्रवीत् रामान् न अन्यत् बलम् लोके पर्याप्तम् तस्य रक्षसः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इत्य् | इति | pos=i |
एवम् | एवम् | pos=i |
उक्तः | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मुनी | मुनि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राजानम् | राजन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
रामान् | राम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
न | न | pos=i |
अन्यत् | अन्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
पर्याप्तम् | पर्याप् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
तस्य | तद् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
रक्षसः | रक्षस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |