रामायणम् — 3.36.22
Original
Segmented
अकुर्वन्तो ऽपि पापानि शुचयः पाप-संश्रयात् पर-पापैः विनश्यन्ति मत्स्या नाग-ह्रदे यथा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अकुर्वन्तो | अकुर्वत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
ऽपि | अपि | pos=i |
पापानि | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=p |
शुचयः | शुचि | pos=a,g=m,c=1,n=p |
पाप | पाप | pos=n,comp=y |
संश्रयात् | संश्रय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
पर | पर | pos=n,comp=y |
पापैः | पाप | pos=n,g=n,c=3,n=p |
विनश्यन्ति | विनश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
मत्स्या | मत्स्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
नाग | नाग | pos=n,comp=y |
ह्रदे | ह्रद | pos=n,g=m,c=7,n=s |
यथा | यथा | pos=i |